अरुणाचल / चीन सीमा के पास अक्टूबर में थल सेना और वायुसेना के 5 हजार जवान युद्धाभ्यास करेंगे
भारतीय सेना की 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स के पांच हजार से अधिक जवान अक्टूबर में अरुणाचल प्रदेश की चीन से सटी सीमा के पास युद्धाभ्यास करेंगे। हाल ही में थल सेना और वायु सेना की चार कॉर्प्स को मिलाकर 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स का गठन किया गया है। इन जवानों को बाद में देश की पूर्वी सीमा पर तैनात किया जाना है। चीन की सीमा पर पहली बार इस तरह का युद्धाभ्यास होगा।
सेना के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया जिन पांच हजार जवानों को युद्धाभ्यास पर भेजा जा रहा है, उन्हें 59 अलग-अलग माउंटेन डिवीजन से लिया गया है।
सेना प्रमुख की योजना के तहत हो रही तैयारी
सूत्रों ने बताया कि 17 माउंटेन कॉर्प्स का गठन सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की सैन्य नवीनीकरण की प्रक्रिया के तहत किया गया है। माउंटेन कॉर्प्स को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए इसमें एक यूनिट इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप्स (आईबीजी) की बनाई जाएगी। इसका उद्देश्य युद्धाभ्यास को अधिक प्रभावी बनाना है।
आईबीजी ब्रिगेड का नेतृत्व करेगा
आईबीजी का आकार एक डिवीजन से छोटा होगा और यह इन्फैंट्री, टैंक रेजीमेंट्स, तोपें, इंजीनियर्स और सिग्नल्स आदि को एकजुट कर पाएगा। यह युद्ध में दुश्मन के मोर्चे को ध्वस्त करने में ब्रिगेड का नेतृत्व कर पाएगा। आईबीजी की पहली टुकड़ी 9 कॉर्प्स से तैयार की जाएगी। यह अभी पंजाब में पाकिस्तान सीमा पर तैनात है। दो अन्य आईबीजी को 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स और 33 कॉर्प्स से तैयार किया जाएगा। ये वर्तमान में पूर्वोत्तर में चीनी सीमा पर युद्ध के लिए तैनात हैं।